उत्तराखंड में ED : कल दिनांक 7 फरवरी 2024 को भाजपा के पूर्व नेता वर्तमान में कॉंग्रेस के नेता हरक सिंह के दिल्ली चंडीगढ़ उत्तराखंड के सभी 16 ठिकानों पर ED की रेड पड़ी ,
वही उनके करीबियों पर भी एक-एक कर कानूनी पंजा पड़ रहा है।
-पहला नम्बर पूर्व में मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जेल गए सेवानिवृत्ति डीएफओ किशन चंद हो ,जो कि 2019 में कॉर्बेट नेशनल पार्क के कालागढ़ टाइगर रिजर्व पार्क रेंज में टाइगर सफारी की मंजूरी के लिए 163 पेड़ की जगह 6093 पेड़ कटान के मामले में आरोपी है , तथा 2010 से 2017 तक आय 9.8 करोड़ होने के बाबजूद 41.9 करोड़ खर्च करने में मामले में पहले ही विजलेंस जांच में आरोपी है ।
-रुद्रप्रयाग की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी राणा , जो कि ऋषिकेश में अमरावती पेट्रोल की मालकिन भी है जिसमें की हरक सिंह रावत के परिजनों का भी हिस्सा बताया जा रहा है।
-कुछ दिन पूर्व चर्चा में आये आईएफएस अधिकारी सुशांत पटनायक पर तो वैसे ही काफी दिनों से ED की नजर थी ही । पटनायक पाखरों रेंज घोटाले में संधिग्द है तो मनी लॉन्ड्रिंग का केस भी बनता नजर आरहा है । कल उनके घर से करोड़ो की रकम मिलने की सूचना है ।
– काशीपुर का भाजपा जिला मंत्री अमित सिंह जो पहुँचा सड़क से महल तक मात्र पांच सालों में , कभी रेस्टोरेंट तो कभी सब्जी का कारोबार करने वाला आज महाराजाओं वाली जिंदगी जीत है ।
– ऋषिकेश का नरेंद्र बलिया हो या फिर अन्य अधिकारी जो हरक सिंह के संपर्क रहे हो और आय से कई गुना संपति रखते है ।
उत्तराखंड में कई अधिकारी ,नेता ,मंत्री , ऐशे है जो पांच सालों में फर्श से अर्श तक पहुँच जाते है , ऐशे में जांच तो बनती ही है परंतु देखना होगा कि सारे मामलों में हरक सिंह के खिलाफ कितने सबूत मिलते हैं ,या फिर इस पूरे घटनाक्रम को राजनीति से जोड़कर देख जाए अभी कहना मुश्किल है ।