देहरादून : वक्त बदलते देर नहीं लगती ये बात कभी सत्ता से विपक्ष तक मे अपनी खाश पकड़ के लिये जाने जाने वाले गुप्ता के लिये एक दम सटीक होती मालूम होती है ।
टर्नल रोड जिस कोठी पर कभी वाई श्रेणी का पहरा रहता था , यहाँ तक कि सुरक्षा अधिकारियों को तक कोठी के अंदर जाने की अनुमति नहीं थी । वहीं अब साहनी आत्महत्या प्रकरण में उत्तराखंड पुलिस साक्ष्य जुटाने के गुप्ता के घर तक पहुँच चुकी है ।जहां आवास पर लगे सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर कब्जे में ले ली गयी ।
वहाँ नियुक्त कर्मचारियों से जानकारी लेते हुए बयान लिये गये तो साथ ही सत्येंद्र साहनी सुसाइड केस दो अन्य धाराएं 385 और 420 भाविद भी जोड़ दी गयी ।
जांच के दौरान प्रोजेक्ट कंपनी के खातों में गुप्ता परिवार व विभिन्न माध्यमों से संदिग्ध धनराशि के लेनदेन को देखते हुए एसएसपी देहरादून ने 31मई 2024 को ED (प्रवर्तन निदेशालय) से संपर्क भी किया है । जल्द इस मामले में cbi के पहुँचने की संभावना है ताकि मनीलॉन्ड्रिंग के खेल का भी पता चले ।
वहीं आज 1जून 2024 को गुप्ता बंधु को न्यायालय में पेश किया गया जहां
उनका भारी विरोध हुआ ।
देहरादून पुलिस द्वारा गुप्ता बंधु को रिमांड पर लेने के लिये आवेदन दिया था जिसपर न्यायालय एसीजेएम, तृतीय द्वारा सुनवाई में अमित गुप्ता व अजय गुप्ता का धारा 385/420/120बी ipc में भी न्यायिक रिमाण्ड स्वीकृत । और अभियुक्तगण द्वारा दिया गया जमानत प्रार्थना को भी मा0 न्यायालय एसीजेएम तृतीय ने खारिज कर दिया ।