रामनगर उत्तराखंड : अन्य वर्षों की अपेक्षा इस साल उत्तराखंड में बाघ का आतंक ज्यादा देखने को मिल रहा है । इस साल सिर्फ ग्रामीण ही नहीं शहरी क्षेत्रों में बाघ का आतंक देखा गया ।
ताजा घटना कॉर्बेट टाइगर रिजर्व रामनगर की है जहाँ ढेला रेंज के जंगल में लकड़ी बीनने गई एक महिला को शनिवार की दोपहर बाघ ने अपना निवाला बना लिया। बीस दिन पहले भी क्षेत्र के सावलदे की एक महिला दुर्गा देवी को बाघ उठाकर ले गया था।
उस वक्त भी ग्रामीणों ने भारी आक्रोश जताया था । कल की घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्र में हड़कंप मच गया, लोगों ने बाघ को पकड़े के लिये हंगामा मचाना शुरू कर दिया ।जिसमें हल्की फुल्की नोकझोंक भी हुई ।ग्रामीण मौके पर कॉर्बेट के डायरेक्टर धीरज पांडेय
को बुलाए जाने तथा आदमखोर बाघ को तत्काल मारे जाने की मांग कर रहे थे।
लगभग 50 वर्षीय कलावती उर्फ कला पुत्री ध्यान सिंह निवासी पंजाबपुर ढेला माता-पिता के साथ रहती थी ,और घास लकड़ी बीन अपना गुजारा करती थी । वो
गाँव की ही अन्य महिलाओं के साथ कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की ढेला रेंज के जंगल में लकड़ी बीनने गई थी। जिम जंगल रिजॉर्ट के पिछले हिस्से वाले जंगल में महिलाएं लकड़ी बीन रही थीं कि इसी बीच झाड़ियों में घात लगाए बैठे एक बाघ ने कलावती पर हमला बोल दिया। साथ मे आयी महिलाएं पहले तो अचानक हुई इस घटना को समझ नहीं पायी । शौर मचाने पर बाघ ने जोरदार गर्जना की जिससे अन्य महिलाएं मौके पर भाग खड़ी हुई और अन्य लोगों को सूचना दी ।
अजय सिंह ध्यानी के साथ वन विभाग टीम द्वारा चलाये सर्च अभियान में करीब 2घंटे की मशक्कत के बाद महिला का क्षत विक्षत शव जंगल में घटनास्थल से दो सौ मीटर की दूरी पर बरामद किया । इस घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने मौके पर पहुंची वन विभाग टीम को घेर लिया।
महिला के सिर का कुछ हिस्सा बाघ खा चुका था। महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल ले जाया गया परन्तु ग्रामीणों ने मौके से शव को उठाने से इंकार कर दिया है। उनका कहना है कि क्षेत्रवासियों की सुरक्षा के लिये बाघ को देखते ही गोली मार दी जाये , वनविभाग की टीम ने ग्रामीणों को शांत करवाने का प्रयास कर मौके पर बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाए जाने की कार्यवाही की है ।