उत्तराखंड :लोकगायक, गढ़ रत्न ,हर उत्तराखण्डी के दिलों में राज करने वाले नरेंद्र सिंह नेगी को ब्रिटिश संसद के हाउस ऑफ लॉर्ड्स से सम्मानित किया गया है ।
यू तो नेगी जी किसी आवर्ड के मोहताज नहीं परन्तु इससे उनकी कला और संगीत के प्रति योगदान को वैश्विक मान्यता मिली है।
ब्रिटिश संसद के ऐतिहासिक हाउस ऑफ लॉर्ड्स, लंदन में आयोजित ग्लोबल ब्रिलियंस अवार्ड (जीबीए) में भारतीय समुदाय के प्रमुख लोगों को सम्मानित किया गया।
यह कार्यक्रम IISAF द्वारा आयोजित किया गया जिसमें एक जूरी ने विजेताओं का चयन किया और उन्हें उनके क्षेत्रों में असाधारण योगदान के लिए सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के गढ़रत्न श्री नरेंद्र सिंह नेगी जी को उनके 50 वर्षों के लोकगीत, संगीत और संस्कृति के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान और प्रेरणादायक कार्य के लिए Distinguished Leadership in Indian Folk Singing सम्मान प्रदान किया गया।
नेगी जी को मिले इस समान से हर उत्तराखंडी खुश है । नेगी जी वो लोकगायक है जिन्होंने किसी सरकार की चाटुकारिता ना कर हमेशा उत्तराखंड के जनमानस के लिये आवाज उठाई है । उत्तराखंड आंदोलन के दौरान उनके जनमानस को जगाने वाले गीत हो, या फिर कॉंग्रेस सरकार के दौरान नोछमी नारायण गीत , या वर्तमान में भू कानून मूल निवास के मुद्दे पर खुल कर आम जनमानस का साथ देने पर भी वो हर उत्तराखंड वासी के दिलों में राज करते है । उन्होंने कभी किसीकी चाटुकारिता के लिये नहीं गाया और श्याद ये ही वजह है कि लोकल सरकारों ने सम्मान देने के मामले में हमेशा उनकी अनदेखी की ।
वे 27 जुलाई को लंदन पहुंचे, रविवार 28 जुलाई को उन्हें यह सम्मान दिया गया। 31 जुलाई को वे देहरादून पहुंचेंगे।
उन्होंने स्टेज पर अपने प्रसिद्ध गीत ठड़ो रे ठड़ो गा कर पुनः सभी लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया ।