ऋषिकेश नगर : अभी तो उत्तराखंड में यात्रा शुरू भी नहीं हुई है ,ऋषिकेश नगरी जाम से जूझने लगी ।
चारधाम यात्रा हो या उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल के अन्य पर्यटक स्थल, ऋषिकेश यात्रा मुख्य पड़ाव माना जाता है ।
वीकेंड पड़ते ही दिल्ली हरियाणा एनसीआर से ऋषिकेश में भारी संख्या में लोग पहुंच जाते है ।
हर साल ऋषिकेश का ट्रैफिक लोंगो को परेशान कर देता है ,इसी ट्रैफिक से बचने के लिए लोग सुबह 4-5बजे ही ऋषिकेश से निकलना चाहते है । जिसके नुकसान बीते दिनों देवप्रयाग के पास हुई दुघर्टना भी है जिसमे एक परिवार सहित 5 लोग स्वर्ग सिधार गये ।
ऋषिकेश की जनता भी इस जाम के कारण कोई भी कार्य सुचारू रूम से नहीं कर पाते ।
कल 13 अप्रैल को शहर में गाड़ियों को इंच भर खिसकने के लिए भी घंटो लग गये , जाम में एम्बुलेंस फंसने की सूचना भी मिली । लोग वाहन छोड़ पैदल जाने लगे तो पैदल चलने को भी जगह ना मिली ।
एक तो अप्रैल माह में ही कड़ाके की गर्मी व ऊपर से जाम ।
ऋषिकेश वासी लंब्बे समय से इस जाम से निजात पाने के लिए सरकार से ठोस यातायात प्लान लाने की मांग कर रहे है ।
बताते चलें कि उत्तराखंड में 30 अप्रैल से चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है।
ऋषिकेश के जाम से निजात दिलाने में यातायात पुलिस भी लाचार व नाकाम दिखी ।
बाहरी राज्यों से पहुंचे लोग गली मोहल्लों में घुसे नज़र आये, जिसके चलते कही जगह पुलिस और स्थानीय लोगों की नोकझौंक भी देखने को मिली ।
हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र, राजस्थान और यूपी से मनोरंजन के लिए पहुँचे यात्रियों और पर्यटकों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए लंबा इंतज़ार करना पड़ा।
सूचना अनुसार यातायात को कंट्रोल करने के लिए श्रीनगर से देहरादून , आने वाहनों को नरेन्द्र की तरफ से भेंज्ने की कोशिश भी हुई जिसका सभी ने विरोध भी किया ।