देहरादून :देहरादून का दिल माने जाने वाला पलटन बाजार और पलटन बाजार से ही लगता डिस्पेंसरी रोड , अगर बरसात के दिनों में आप यहाँ से गुजरते है तो पाएंगे सड़को पर बह कर आया कूड़ा, सड़क पर बने सुलभ शौचालय की बदबू , नाली का पानी सड़को पर । इसी डिस्पेंसरी रोड स्थित राजीव गांधी कॉम्प्लेक्स के हाल भी किसीसे छुपे नहीं है , वक्त वक्त पर मीडिया द्वारा सरकार और जिम्मेदार एजेंसियों का ध्यान इस और आकर्षित करवाने पर भी कोई कार्यवाही नहीं होती ।
जिला प्रशासन देहरादून,नगर निगम देहरादून और एमडीडीए की उदासीनता के कारण करोड़ो की लागत से बना कॉम्प्लेक्स
किसी कबाड़खाने से कम नहीं लगता ।
हालात यह है कि इस बहुउद्देशीय कॉम्प्लेक्स में जिला खाद्य आपूर्ति, तहसील, नगर विकास प्राधिकरण जैसे महत्वपूर्ण कार्यालय संचालित होते है । साथ ही विभिन्न दुकानें भी संचालित होती है ।
यहाँ अव्यवस्था का आलम यह है कि कॉम्प्लेक्स के बाहर अस्त-व्यस्त पार्किंग, चारों तरफ गंदगी के ढेर, कॉम्प्लेक्स के बाहर लगी मूर्ति के चारों तरफ पान और गुटके की पीक आपको दिखेगी ।
कॉम्प्लेक्स की मंजिलों के साथ सीढ़ियों पर कूड़े के ढ़ेर ,गंदगी फैली है जिसे देख लगता है कि वर्षो से सफाई नहीं होती । यहाँ आने-जाने वाले लोगों को गंदगी के साथ भयंकर दुर्गंध से जूझना पड़ रहा है।
कांप्लेक्स में बैठे जिले के विभिन्न वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारियों की अपने कर्तव्यों और आमजनता के प्रति उदासीनता स्पष्ट देखी जा सकती है ।
सुबह से लेकर शाम तक गुलजार रहने वाले कांप्लेक्स में सरकारी मशीनरी और जिला प्रशासन की उदासीनता इस प्रकार है कि रात होते ही यहाँ शराबियो की फौज जुट जाती है ।
जिससे इस कांप्लेक्स के नाम के साथ भारत के पूर्व प्रधानमंत्री के नाम को भी धूमिल किया जा रहा है।
कांप्लेक्स की बिल्डिंग में शुलभ शौचालय बना होने के बाबजूद बाहर मुख्य सड़क में बिल्कुल बीच मे एक और शुलभ शौचालय बना दिया गया है जिसका गन्दा पानी सड़क पर रिसता रहता है और आने जाने वालों को समस्या होती है ।

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