उत्तराखंड : जहां देश प्रदेश के अधिकांश कार्यालयों में बायोमैट्रिक उपस्थित दर्ज की जाती है,वही उत्तराखंड एक ऐसा प्रदेश है जहाँ बायोमैट्रिक उपस्थित के मामले में अभी भी अधिकारी कर्मचारियों को प्राथमिक शिक्षा देने की आवश्यकता पड़ रही है।
यहाँ अभी भी सरकार सरकारी कार्यालयों में कार्य संस्कृति को सुधारने और अधिकारियों व कर्मचारियों की समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत है ।
सचिव विनोद कुमार सुमन द्वारा जारी निर्देश में यह स्पष्ट रूप से कहा गया है कि कई विभागों में या तो बायोमैट्रिक मशीनें खराब हैं, या फिर अधिकारी-कर्मचारी जानबूझकर उपस्थिति दर्ज नहीं कर रहे हैं।
पुनः सभी सरकारी कार्यालयों में बायोमैट्रिक उपस्थिति प्रणाली को सख्ती से लागू किये जाने के निर्देश जारी किये गये है ।