खानपुर : मामला 25 जनवरी 2025 को उस समय सामने आया जब खानपुर के वर्तमान विधायक उमेश कुमार पूर्व विधायक कुँवर प्रणव चैंपियन के दरवाजे पर अपने समर्थन के साथ पहुंचे, और चैंपियन को बाहर आने को ललकारने लगे।
उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल से यह वीडियो शेयर किया , तब जाकर मामला प्रकाश में आया ।
जानकारी से पता चला की एक दूसरे की कभी दोस्त रहे ,अब के कट्टर दुश्मन पूर्व व वर्तमान खानपुर विधायक , आपस मे काफी लंबे समय से उलझते आये है ।
कुँवर प्रणव चैंपियन ख़ुद के शब्दों पर पूर्व में भी कंट्रोल खो चुके है ।
वह वक्त वक्त पर उमेश कुमार को गाली गलौच करते आये है ।
कुछ दिनों से भी दोनों का आपसी सोशलमीडिया वार चल रहा था ,जहां चैंपियन ने उमेश कुमार की माँ के चरित्र पर कीचड़ उछाल बहुत ही अपशब्दों का प्रयोग किया ।
जिस पर आग बबूला होकर उमेश कुमार चैंपियन के घर पहुंचे, परंतु उस वक्त चैंपियन देहरादून में थे ।
मामला सिर्फ यहां पर नहीं थमा, चैंपियन द्वारा उमेश कुमार और उनके परिवार को लेकर लगाता गाली गलौच होती रही ।
उसके बाद आज दोपहर प्रणव चैंपियन अपने समर्थकों के साथ उमेश कुमार के लक्सर स्थित कार्यालय में पहुंचे और गोलीबारी की ,
इस हालात में एक व्यक्ति भी घायल हुआ ।
उसके बाद उमेश कुमार पुलिस की मौजूदगी में प्रणव चैंपियन की तरफ बंदूक लेकर दौड़े।
दिनभर चले इस घटनाक्रम ने खूब सुर्खियां बटोरी । जिस पर हरिद्वार में अच्छा खासा बवाल हो गया, और पूरे शासन प्रशासन में हलचल मच गई।
शाम होते मामला इतना बढ़ गया कि हरिद्वार एसएसपी को स्वयं मीडिया में बयान जारी करना पड़ा।
उसके बाद कुंवर परिणाम चैंपियन को देहरादून नेहरू कॉलोनी थाने लाया गया ,जहां चैंपियन के साथ पुलिस के मजाकिया अंदाज की वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई ।
पुलिस की किरकिरी होती देख चैंपियन को पुलिस की गाड़ी द्वारा हिरासत में भेजा गया ।
व एसएसपी हरिद्वार बयान दे कर कहा कि विधायक विवाद प्रकरण में हरिद्वार पुलिस सख्त कार्यवाही करेगी ।
– मौजूदा एवं पूर्व विधायकों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमे दर्ज
– सुरक्षा में दिए गए गनर होंगे वापस, उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट की जाएगी प्रेषित
-दोनों पक्षों के असलहाधारियों के लाइसेंस होंगे निरस्त, निरस्तीकरण की रिपोर्ट की जाएगी प्रेषित
वहीं कुछ समाचार चैनलों द्वारा 10:30 के समय खबर आई है कि वर्तमान कानपुर विधायक उमेश कुमार भी गिरफ्तार हुए हैं ।
अब देखना होगा कि इस विवाद पर आगे क्या निर्णय होता है ।परन्तु उक्त प्रकरण को ले कर उत्तराखंड की जनता में खाशा आक्रोश है ।