चमोली गैरसैंण :
आखिर क्यों बर्फीली हवाओं के बीच खनसर पट्टी निवासी बैठे है भूख हड़ताल पर ?
क्यों कर रहे स्थानीय निवासी लोकसभा चुनाव बहिष्कार की बात ?
गैरसैंण खनसर विनायकधार में सड़क सहित चार सूत्रीय मांगों को लेकर खंसरपट्टी के ग्रामीण पिछले 13 दिनों से भूख हड़ताल कर रहे है , उनका कहना है कि विनायकधार तक सड़क 1982 में कट चुकी है ।जहां से कसवी नगर तक 5किलोमीटर सड़क मिलान में वर्षों लग रहे है ।
इस सीमांत क्षेत्र के ग्रामीणो ने शासन-प्रसाशन पर लगाया अनदेखी का आरोप लगाया है ।
बता दे कि अवतार सिंह कोटवाल व भुवन जोशी आमरण आंदोलन पर बैठे हैं । उन्होंने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर विधायक अनिल नौटियाल को भी पत्र लिखा था ।
हालांकि जब स्थानीय विधायक अनिल नौटियाल कुछ दिन पूर्व ग्रामीणों से वार्ता करने हेतु आये तो ग्रामीण विधायक जी तो की बात से संतुष्ट नहीं है।उनका कहना है कि विधायक द्वारा पूर्व में भी सिर्फ आश्वासन मिला है अब वह अपनी समस्याएं मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।
कुछ दिन पूर्व दो अनशन कारियों को पुलिस प्रशासन द्वारा पहले ही उठाया जा चुका है । जिसमे आंदोलकारी देवपुरी के पूर्व प्रधान कुंवर सिंह नेगी को प्रशासन ने अस्पताल में भर्ती करवाया है, जिनके वजन में 6 किलो ग्राम की कमी पाई गई थी।ब्लड प्रेशर व कीटोन बढ़ा हुआ भी है ।
गैरसैंण खनसर विनायक धार 5 km सड़क के साथ अन्य 10 मांगों के लिए आज आमरण अनशन का 13 दिन है ।
ग्रामीणों का कहना है कि मुख्यमंत्री ,कर्णप्रयाग विधायक और सांसद कुछ दिन पूर्व मातृशक्ति-सम्मेलन में सम्लित होने गौचर आ सकते है परन्तु उनकी समस्याओं के लिये उनके पास टाईम नहीं है ।
ठंडी हवाओं और बर्फ के बीच बैठे हुए अनशनकारियों आंदोलन कर्ताओं का कहना है कि यदि उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया जायेगा । साथ ही महिलाओं ने भी भूख हड़ताल पर बैठने की धमकी दी है।
ग्रामीण अपने मांगों को लेकर इतने उग्र हो चुके हैं कि भूख हड़ताल के 9वें दिन मौके पर पहुंचे तहसील प्रशासन का भी भारी विरोध किया गया ।
आंदोलनकारियों ने शासन-प्रशासन सहित सरकार के रवैये को लेकर राजस्व उप निरीक्षक मोहन सिंह नेगी व देवेंद्र कंडारी को खुब खरी-खोटी सुनाई है।
उप-जिलाधिकारी गैरसैंण के अनशनस्थल पर न पहुंचने को लेकर भी भारी नाराजगी बनी हुई है।
जैसे-जैसे आंदोलन को समय हो रहा है खनसर पट्टी निवासियों के साथ दिनों-दिन समर्थन बढ़ता जा रहा है,पिंडर घाटी के तीनों विकासखंडो में शामिल थराली, देवाल, नारायणगढ़ के जनप्रतिनिधि तथा चौखुटिया विकासखंड के खीड़ा क्षेत्र के लोगों ने भी खनसर पट्टी निवासियों को अपना पूर्ण समर्थन दिया है । सभी जनप्रतिनिधियों का कहना है कि वक्त आने पर सभी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाएंगे ।
अब देखना यह होगा कि क्या स्थानीय विधायक अनिल नौटियाल जी अपने वोट बैंक को संतुष्ट कर पाते हैं या फिर मुख्यमंत्री जी को इस आमरण अनशन की तरफ ध्यान देना चाहिए ।