शहर जहाँ एक ओर शिक्षा का केंद्र है वहीं साथ मे नशा, अपराध, धोखेधड़ी जैसे कई मामलों में भी आगे है । देहरादून शहर के हर गली में स्कूल ,हॉस्पिटल , और रिहैब सेंटर जरूर दिखेंगे ।
एशे रिहैब सेंटर जहाँ लोग अपने परिजनों को नशा, बुरी लत, और शारिरिक दिक्कतों से बाहर लाने और सामान्य जींवन में पुनः संलिप्त करने हेतु भर्ती करवाते है ।
लेकिन देहरादून जैसे शहरों में एशे सेंटरो की आये दिन शिकायत आती है कभी मरीजों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, कभी सेंटर संचालकों का दुर्व्यवहार तो कभी महिलाओं का अनैतिक कार्यो में शामिल करवाने का आरोप ।
ताजा मामला दिनांक 10अगस्त 2024 को सेलाकुई स्थित रिहैब सेंटर सेलाकुई के एक मरीज द्वारा फांसी लगाने की बात सामने आयी जिसको सुभारती अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया । रमजान पुत्र मोहम्मद सत्तार, निवासी पंजाब, उम्र 23 वर्ष ने रिहैव सेंटर में उपचाराधीन था उसने द्वारा बाथरूम में जाकर फांसी लगाने की बात बताई जा रही है ।
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