जनपद चमोली (2नवम्बर 2024 ) : दीवाली की धूम में शायद ही ऐशी खबरों पर किसीकी नजर जाती हो ।
घटना 29 से 31 अक्टूबर 2024 के मध्य की है जब
चम्पा गैरोला निवासी विवेकानन्द कॉलोनी तल्ला नैग्वाड गोपेश्वर अपनी बेटी से मिलने देहरादून गयी थी ।
उनको 30 अक्टूबर को उनके किराएदार ने ताला टूटे होने की सूचना दी जिसपर वो गोपेश्वर लौट आयी देखा की घर के मैन गेट का ताला टूटा है , उनकी सास के कमरे में बने स्टोर के लॉकर का ताला तोडकर आभूषण चोरी हो गये जो लगभग 35 -40 लाख के थे ।
पुलिस अधीक्षक चमोली ने तुरंत मामले की जांच हेतु टीम बनायी और जल्द से जल्द मामले का खुलासा करने के आदेश दिये ।
टीम द्वारा संजय गर्ब्याल, पुलिस उपाधीक्षक चमोली के पर्यवेक्षण में कार्य शुरू करते हुए सर्विलांस सेल चमोली की टैक्निकल टीम की सहायता ली गयी जिसमे सीसीटीवी कैमरों जांच में घटना के समय घटनास्थल पर एक संदिग्ध वाहन दिखायी दिया ।
बाद में UK11B5911 (टाटा नेक्सोन) कार और 2 नाबालिकों को बालखिला चमोली से अपने संरक्षण में लिया गया।
उन नाबालिगों ने पूछताछ में बताया कि घटना का मास्टरमाइंड चंप्पा गैरोला का ही नाबालिग बेटा है ।
उसके बाद पुलिस टीम ने चंप्पा गैरोला के पुत्र को देहरादून से संरक्षण में लेते हुए चमोली पहुंचाया ।
पूछताछ में पता चला कि वो लम्बे समय से ऑनलाइन गेमिंग , ट्रेडिंग व मंहगे खर्चे करने का शौकीन हो चुका है ।
दिखावे की इस जिंदगी के लिए उसने काफी लोगों पैसे उधार लिए है ।
जिन दोस्तों से इसने ख़ुद के घर की चोरी करवायी उस नाबालिग से भी इसने 50,000/-रू0 उधार लिए गए थे।
लगातार कर्जदारों के दबाव में कर्जे से छुटकारा पाने के लिए उसने खुद के ही घर मे चोरी करवाने की योजना बनायी ।
दोनों नाबालिग दोस्तों को भी खुद के घर मे लाखों के गहने होने का लालच देकर चोरी की योजना में शामिल कर लिया।
29 अक्टूबर को उसकी माँ के देहरादून जाने पर उसने फोन के माध्यम से घर खाली होने की जानकारी दे दोस्तों से चोरी करवायी ।
चोरी के दौरान लगातार वह चोर साथियों के सम्पर्क में था और छोटी छोटी जानकारी दोनों को दे रहा था ।
घटना के खुलाशे पर पुलिस टीम को ₹10000 के ईनाम की घोषणा की गयी ।