कतर से रिहा किए गए आठ भारतीय नौसेना के जवानों में से एक देहरादून निवासी सौरभ वशिष्ठ देहरादून घर वापस पहुँचे ,मुख्यमंत्री धामी सहित अन्य नेताओं ने की मुलाकात !!

आखिर क्या था मामला और क्या हुआ गिरफ्तारी से ले कर अब तक :
-अगस्त 2022 कतर में अल दाहरा कंपनी के लिए काम करने गए पूर्व भारतीय नौसैनिकों के 8 जवानों को गिरफ्तार किया गया । 8 भारतीयों पर इजराइल के लिए जासूसी करने का आरोप था। हालाँकि आरोप सार्वजनिक नहीं किये गये ।
अल- जजीरा की एक रिपोर्ट के अनुसार, इन लोगों पर कतर के सबमरीन प्रोजेक्ट से जुड़ी इनफॉर्मेशन इजराइल को देने का आरोप था।

-सितंबर 2022 पूर्व नौसैनिकों की पहली जमानत याचिका खारिज कर दी गई।

-30 अगस्त 2022 को गिरफ्तारी परन्तु ,भारतीय दूतावास को सितंबर 2022 में पहली बार भारतीय नौसैनिकों की गिरफ्तारी के बारे में बताया गया था। इनकी पहचान कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कमांडर पूर्णेदु तिवारी, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कमांडर सुगुनाकर पकाला, कमांडर संजीव गुप्ता, कमांडर अमित नागपाल और नाविक रागेश के रूप में की गई।

-30 सितंबर 2023 को इन्हें अपने परिवार के सदस्यों के साथ थोड़ी देर के लिए टेलीफोन पर बात करने की मंजूरी दी गई थी।
-अक्टूबर 2022 पहली बार काउंसलर एक्सेस दिया गया।
-नवंबर 2022 कतर में भारत के राजदूत दीपक मित्तल को हटाकर PMO ऑफिस में स्पेशल ड्यूटी पर तैनात कर दिया।

-मार्च 2023 गिरफ्तारी के 7 महीने बाद पूर्व नौसैनिकों की पहली सुनवाई हुई।
-जून 2023 पूर्व नौसैनिकों की दूसरी सुनवाई हुई।
-अगस्त 2023 पूर्व सैनिकों का कतर की जेल में एक साल पूरा हुआ।
-अक्टूबर 2023 कतर में भारत के राजदूत विपुल ने जेल में पूर्व नौसैनिकों से की।

-26 अक्टूबर 2023 मौत की सजा सुनाई गई।

-अक्टूबर 2023 मौत की सजा सुनाए जाने के बाद भारत सरकार ने हैरानी जताई। कहा- उनको छुड़ाने के लिए कानूनी रास्ते खोज रहे हैं। विदेश मंत्रालय बोला- हम फैसले की डिटेलिंग के इंतजार में हैं।

-30 अक्टूबर 2023 को इन नौसैनिकों के परिवारों ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की थी। तब भारत ने कतर को मनाने के लिए तुर्किये की मदद लेने की कोशिश की।
तुर्किये के कतर के शाही परिवार के साथ अच्छे संबंध हैं, इसलिए भारत सरकार ने उसे मध्यस्थता के लिए अप्रोच किया। भारत सरकार ने अमेरिका से भी बात की, क्योंकि रणनीतिक तौर पर अमेरिका की कतर पर ज्यादा मजबूत पकड़ है।

-3 दिसंबर 2023 भारत के एम्बेसडर ने की थी मुलाकात।
-28 दिसंबर 2023 मौत की सजा कैद में बदली।

-28 दिसंबर 2023 मौत की सजा कैद में बदली।

-12 फरवरी 2024 8 में से 7 पूर्व नौसैनिक दिल्ली लौटे हालांकि इन्हें रिहा कब किया गया इसकी जानकारी नहीं है

BBC के मुताबिक ये रिहाई ऐसे समय हुई है जब भारत और कतर के बीच गैस को लेकर एक अहम समझौता हुआ है। 6 फरवरी को हुए इस समझौते के तहत भारत कतर से साल 2048 तक लिक्विफाइड नैचुरल गैस (LNG) खरीदेगा।

यह समझौता अगले 20 सालों के लिए हुआ है और इसकी कुल लागत 78 अरब डॉलर की है। भारत की सबसे बड़ी LNG आयात करने वाली कंपनी पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड (PLL) ने कतर की सरकारी कंपनी कतर एनर्जी के साथ ये समझौता किया है। इस समझौते के तहत कतर हर साल भारत को 7.5 मिलियन टन गैस एक्सपोर्ट करेगा। इस गैस का इस्तेमाल बिजली, फर्टिलाइजर बनाने और इसे CNG में बदलने के लिए किया जाता है।
( नोट- उत्तराखंड हलचल द्वारा सभी तथ्य विभिन्न न्यूज माध्यमों से एकत्रत किये गये है )

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