जैसे कि सभी को विदित है कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे उत्तराखंड की राजनीति में स्वार्थ और दल बदल की झलकियां स्पष्ट रूप से दिख रही है । कहीं ना कहीं इस उठापठक और स्वार्थी राजनीति में बीजेपी का पाला भारी होते दिख रहा है ।
क्योंकि जिस प्रकार पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, टिहरी विधानसभा से दिनेश धनै जैसे पूर्व विधायक लगातार भाजपा में शामिल हो रहे हैं बीजेपी का कुनबा बढ़ता जा रहा है।
ऐसे में भाजपा की आईटी सेल बहुत सक्रिय है । भाजपा आईटी सेल द्वारा प्रचारित किया जा रहा है कि ‘मूल निवास, भू- कानून समन्वय संघर्ष समिति’ के मुख्य पदाधिकारी भाजपा में शामिल हुए है।

जिसपर आज “मूल निवास ,भू -कानून समन्वय संघर्ष समिति ” की ओर से एक प्रेस नोट जारी कर स्पष्ट किया गया कि ।
“भाजपा द्वारा चलाई गयी ये यह खबर सरासर गलत है। जो भी लोग भाजपा में शामिल हुए हैं, उनमें से एक भी मूल निवास भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति का सदस्य तक नहीं है। इस तरह का दुष्प्रचार कर आंदोलन को कमजोर करने की साजिश हो रही है। ”
समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने स्पष्ट किया है कि
मूल निवास – भू कानून समन्वय संघर्ष समिति अपने मिशन पर अडिग है। मूल निवास 1950 और मजबूत भू-कानून के लिए लड़ाई अनवरत जारी रहेगी ।

बता दे कि बीजेपी द्वारा कल 5 फ़रवरी को आयोजित एक समारोह में क्षेत्रीय दल यूकेडी के अनिरुद्ध काला और सोमेश बुडाकोटी यूकेडी छोड़ भाजपा जॉइन कर चुके है ,जिसको भाजपा आईटी सेल द्वारा मूल निवास ,भू -कानून समन्वय संघर्ष समिति ” से जोड़ कर खबर प्रसारित की जा रही है ।

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