ऋषिकेश: एम्स ऋषिकेश में महिला डॉक्टर के साथ यौन उत्पीड़न के आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए एमरजेंसी वार्ड में पुलिस की एसयूवी घुसने संबंधित एक वीडयो शोषलमीडिया पर वायरल हो रहा है ।
इस मामले में एसएसपी देहरादून जांच हेतु स्वयं ऋषिकेश पहुँचे और घटनाक्रम स्थल का किया निरीक्षण किया ।
उन्होंने बताया कि प्राथमिक जानकारी में जो तथ्य प्रकाश में आए उनमें दिखाई जा रही वीडियो इमरजेंसी वार्ड की न होकर मरीजों के Admission से पूर्व उनके रुकने के लिए बनाई गई Waiting Gallery की है । क्योंकि आरोपी को गिरफ्तार करते समय वहाँ मौजूद भीड़ के द्वारा घेराव कर दिया गया था तथा आक्रोशित भीड़ के हमला करने की ज्यादा चांस थे ।
उन्होंने कहा कि जो भी कार्यवाही हुई है वो मौके को देखते हुए अभियुक्त को उक्त परिस्थितियों में बाहर निकालने के लिए Security Officer द्वारा ही उक्त Emergency रास्ते का प्रयोग करने के संबंध में Guide किया गया था ।

वहीं वीडयो के संबंध में ऋषिकेश एम्स की निदेशक मीनू सिंह ने कहा, “एक घटना हुई जिसमें एक महिला डॉक्टर के साथ एक डॉक्टर ने दुर्व्यवहार किया, उस आरोपी को मनोरोग वार्ड में भर्ती कराया गया था ,उसके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए आम जनता और स्टाफ उतेजित थे उन्होंने वार्ड का घेराव कर लिया था।
जिससे पुलिस ने आरोपी को बाहर निकालने के लिए कार का इस्तेमाल किया । जिसके लिये हमारे बैटरी से चलने वाले वाहनों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले रैंप का इस्तेमाल पुलिस ने किया ।
उन्होंने कहा कि यह एक आपातकालीन उपाय था और कोई भी घायल नहीं हुआ ।

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