केदारनाथ ऊखीमठ :
भगवान केदारनाथ के परम भक्त ,केदारनाथ धाम के वेदपाठी
परम शैव मृत्युंजय हिरेमठ जी आज ब्रह्मलीन हो गये ।
बताया जा रहा है कि वो आजकल ऊखीमठ में थे और कल रात अचानक ह्रदय गति रुकने से उनकी सांसे थम गयी ।
वो मात्र 31 वर्ष के थे , 12 वर्ष की अल्प आयु और विषम परिस्थितियों में उन्होंने केदारनाथपीठ को ख़ुद को समर्पित कर दिया था ।
उनके गाये भजन हिन्दू धर्म का हर व्यक्ति सुनता था , उनकी वाणी में साक्षात सरस्वती विराजमान थी, अल्पायु में अथाह ज्ञान वेद तथा पुराणों के मर्मज्ञ थे, उनके द्वारा गाए हर मंत्र स्तोत्र केदार की शोभा बढ़ाते रहेंगे । ॐ शान्ति