देहरादून : कल सम्पन्न हुए होली के पावन पर्व व जुम्मे की नमाज एक साथ होने से देश भर में हिंसा भड़के का अंदेशा था ।
देहरादून में भी बड़े पैमाने पर दोनो समुदाय के लोग रहते है ऐसे में देहरादून में भी लोग डरे हुए थे ।
इसलिए दोंनो समुदायों ने समझदारी दिखाई ,जहाँ होली 1बजे तक खेली गयी वहीं जुम्मे की नमाज का समय दोपहर बाद करने के निर्णय लिया गया ।
यह आह्वान शांति और सद्भावना के प्रयास के लिए किया गया ।
इसलिए आज 15मार्च 2025 को शहर काजी मोहम्मद अहमद कासमी को समाजसेवियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने पुष्प गुच्छ देकर शांति और सौहार्द का संदेश देने के लिए आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर शहर काजी मोहम्मद अहमद कासमी ने कहा कि गंगा जमुना तहजीब ही इस देश की असली पहचान है और हमें परस्पर एक दूसरे से सद्भावना रखनी चाहिए और अमन चैन से रहकर अपने देश की तरक्की के लिए कार्य करना चाहिए।
प्रतिनिधि मंडल में शामिल समाजसेवी मोहन खत्री सुजाता पॉल सत्य प्रकाश चौहान, पंकज सिंह क्षेत्री, सुनील थपलियाल ने शहर काजी के इस निर्णय पर उनका आभार व्यक्त किया।