जनपद देहरादून के डोईवाला क्षेत्र सुस्वा नदी के पास कुड़कावाला में एक क्रेशर में एक नाबालिक लड़की का शव संदिग्ध अवस्था मे मिला था । जिसके बाद क्षेत्र में बवाल मच गया ।
हिंदू संगठनों के नेतृत्व में डोईवाला केशव बस्ती वालो ने 2-3 दिन लगातार डोईवाला में प्रदर्शन किया ।
यहाँ तक कि क्षेत्र में प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर भी पत्थराव हुआ ।
क्या था मामला: 5जुलाई 2025 को केशवपुरी बस्ती डोईवाला की 3 लड़कियां कूड़ा बीनने सुस्वा नदी के पास कुड़कावाला में एक क्रेशर क्षेत्र में चली गयी । जिसपर क्रेशर में मौजूद 4 लड़को ने उनको चोर समझ पकड़ने का प्रयास किया ।
2 लड़किया तो भागने में सफल रही परन्तु 13वर्षीय नाबालिग लड़की पकड़ी गयी ।
चार लड़कों द्वारा उसे पकड़ कर एक कमरे में बन्द कर दिया व पुलिस को फोन किया ।परन्तु थोड़ी देर में लड़की फांसी से झूलती मिली ।
वहां मौजूद लड़कों द्वारा कमरे का दरवाजा तोड़ा गया।
व पुलिस को सूचना मिली
घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरो में मामले से संबंधित फुटेज मिली ।जिसको पुलिस द्वारा कब्जे में लिया गया ।
व मृतका के शव का पंचायतनामा भरकर के पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया । चारों युवकों को पुलिस द्वारा हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी।
घटनास्थल मौके पर सील किया गया है तथा फॉरेंसिक टीम द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया गया ।
लेकिन देर रात्रि तक कुछ हिंदू संगठनों व केशव बस्ती के लोगो ने डोईवाला थाना घेराव कर दिया व नारे बाजी करने लगे । क्रेशर संयुक्त रूप से अब्दुल हमीद व विकास बिष्ट द्वारा संचालित किया जा रहा था जिससे संगठनों द्वारा मामले को हिन्दू मुस्लिम एंगल दिया गया ।

प्रदर्शन में मौजूद महिलाओं ने दावा किया कि लड़की के साथ बलात्कार हुआ है व सर के पीछे वार कर उसे मारा गया ।
रातभर चला हंगामा 6जुलाई को भी बरकरार रहा, परन्तु कुछ संगठन मौके पर मौजूद नहीं रहे ।हंगामे को देखते हुए एसएसपी देहरादून द्वारा मृतका के परिजनों से मुलाकात की गयी ।
वहीं स्थानीय विधायक गैरोला भी प्रदर्शन के दौरान पहुंचे ।
व मामले की जांच हेतु एसपी ऋषिकेश के पर्यवेक्षण में विशेष टीम बनी व घटना के संबंध में परिजनों द्वारा दी गयी तहरीर के आधार पर कोतवाली डोईवाला पर संबंधित धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया ।
जांच टीम में स्थानीय पुलिस के साथ AHTU, एसओजी तथा फील्ड यूनिट प्रभारियों को रखा गया।
दिनांक 6 जुलाई को मृतका का पोस्टमार्टम हुआ जिसमें
महिला डॉक्टर भी शामिल थी , पोस्टमार्टम से जानकारी करने पर पता लगा मृतिका के साथ किसी प्रकार का सेक्सुअल असॉल्ट/शारीरिक चोटों के होने की बात प्रकाश में नहीं आयी।
हालांकि विस्तृत पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी प्राप्त नहीं हुई ।
उक्त पूरे प्रकरण में पुलिस द्वारा लोगों को गुमराह करने कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वाले लोगों को भी चिन्हित किया गया , व
प्रदर्शन की आड़ में अराजकता फैलाने के आरोप में पुलिस ने 7 जुलाई 2025 को27 नामजद और 300 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया ।
एसएसपी देहरादून द्वारा अब क्षेत्र में लगे सभी स्क्रीनिंग प्लांट मालिकों पर शिकंजा कसने के निर्देश दिये गये ।
व स्थानीय स्क्रीनिंग प्लांट मालिकों पर दर्ज मुकदमों की जांच भी की जा रही है ।