हरिद्वार : 4 वर्षीय मासूम बच्ची का शव कुछ दिन पहले मनसादेवी टननल के पास मिला था जिसको ले कर जनता में भारी आक्रोश था ।
हरिद्वार पुलिस द्वारा बनाई गई स्पेशल टीम के लिए मुश्किल ये थी कि हत्या आरोपी सूरज ना फोन का प्रयोग करता था ,ना कि उसका कोई ठिकाना था ।
ना ही उसका कोई परिवार ना किसीसे मेलजोल
साथ ही वह कई कई मील पैदल चलता था।
सारे शहर के सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद भी पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला ।
फिर अचानक पुलिस द्वारा बसेड़ी रोड़ लक सूरज को गिरफ्तार कर लिया गया ।
पूछताछ में सूरज उर्फ सूरजभान ने बताया कि वह वर्तमान में गड्डा पार्किंग झुग्गी झोंपडी रोडीबेलवाला में रह रहा है ।
वह कुछ समय पहले ही कबाड़ बिनते-बिनते मृतक बच्ची के पिता और मां के संपर्क में आया था।
दोस्ती गहराने पर आरोपी अक्सर कबाड़ बेचकर हुई कमाई से उनको राशन व पैसे देता था जिस वजह से उसकी मृतका की मां के साथ नजदीकियां बढ गयी।
गांजे की पुड़िया व सलोचन पीकर बेहोश बच्ची का पिता इस बात से बिल्कुल बेखबर था ।
लेकिन एक दिन अचानक उसने दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया और गाली-गलौच मारपीट करते हुए हत्यारोपी को झोपड़ी से बाहर निकाल दिया।
बेइज्जती का बदला लेने के लिए मन में पल रहे गुस्से को छिपाकर आरोपी ने माफी मांगी और रिश्ते सुधार लिये।
पहले से क़ि गयी प्लानिंग के तहत आरोपी पहले पति-पत्नी को राशन खरीदने के बहाने झोपड़ी से दूर लेकर गया और फिर मौका पाकर अपने पिता की लाड़ली 04 वर्षीय बच्ची को अपने साथ ले गया।
रेलवे सुंरग के अन्दर पहुंच बच्ची के गले में बंधे धागे को खींचकर उसे जान से मार डाला।
उसके बाद उसने अपनी बिग आसपास ही फेंक दी और पहचान छुपाने के लिए टोपी को अपना हथियार बना लिया।
हालाँकि जो दुष्कर्म की बात कही जा रही थी पुलिस ने इस पर कोई भी बयान नहीं दिया है ।
सूरज उर्फ सूरजभान पुत्र रामसिंह निवासी ग्राम नगलाढाव थाना सुन्नगढ़ी जिला कासगंज उ0प्र0, हाल पता- गड्डा पार्किंग झुग्गी झोंपडी रोड़ीबेलवाला हरिद्वार उम्र 36 वर्ष।