महाकुंभ में भगदड़ की दुःखद खबर आ रही है, जहाँ
कई श्रद्धालुओं की मौत, कई घायल बताये जा रहे है ।
सूत्रों के अनुसार प्रयागराज के संगम तट पर मंगलवार-बुधवार की रात करीब डेढ़ बजे अचानक भगदड़ मच गई।
इसमें 15 से 20 की मौत व सैकड़ो लोग घायल हो गये ।
सूचना अनुसार अचानक एक रैला अफवाह फैलाते हुए संगम नोज पर पहुंचा ,जहाँ कुछ महिलाएं जमीन पर गिर गईं और लोग उन्हें कुचलते हुए निकल गए।
हादसे के बाद 70 से ज्यादा एंबुलेंस संगम तट पर पहुंचीं। इनसे घायलों और मृतकों को अस्पताल ले जाया गया। घायलों का ईलाज सेक्टर 17 में बने अस्पताल में चल रहा है।
एक नेशनल टीवी चैनल के अनुसार अकेले ही स्वरूपरानी अस्पताल में 14 शव पोस्टमॉर्टम के लिए लाए जा चुके हैं। हालांकि, प्रशासन ने मौत या घायलों की संख्या को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी ।
आज मौनी अमावस्या के अवसर पर महाकुंभ में करोड़ों लोग मौजूद थे ।
प्रशासन के मुताबिक, संगम समेत 44 घाटों पर आज देर रात तक 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने का अनुमान है।
आज ही शाही स्नान होना था जो कि भगदड़ के बाद प्रशासन के अनुरोध पर सभी 13 अखाड़ों ने मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द कर दिया ।
संतो ने सादगी से स्नान किया ।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने इस बात की पुष्टि की ।
पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम योगी से फोन पर घटना की जानकारी ली।
हादसे के बाद संगम तट पर NSG कमांडो ने मोर्चा संभाला वही संगम नोज इलाके में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गई।
भीड़ और न बढ़े, इसलिए प्रयागराज शहर में भी श्रद्धालुओं के आने पर कुछ समय के लिए रोक लगा दी गई है। इसके लिए शहर की सीमा से सटे जिलों में प्रशासन को मुस्तैद कर दिया गया है।
पूरे शहर में सुरक्षा के लिए 60 हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं।