देहरादून :वर्तमान में चल रहे उत्तराखंड के बजट सत्र के दौरान आज कई मुद्दों पर चर्चा हुई , जिसमे भू कानून भी मुख्य मुद्दा था ।
वहीं जब सदन में सवाल जबाब हो रहे थे तो उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल आगबबूला हो उठे ।
उन्होंने कहा “ये साला उत्तराखंड क्या पहाडियो के लिए बना है ? कौन है पहाड़ों में ?कोई राजस्थान से आया है कोई मध्यप्रदेश से आया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य के लिए उन्होंने ये लड़ाई क्यों लड़ी? ये ही दिन देखने को ?
प्रेमचंद का कहना था कि विपक्ष के नेता उनको टारगेट कर बार बार बातें सुना रहे है ।इस दौरान प्रेमचंद की बॉडी लैंग्वेज भी बहुत आक्रमक थी, उन्होंने कुछ पेपर टेबल पर मारते हुए विधानसभा अध्यक्ष रीतू खंडूरी से कहा पहले पहाड़ी देशी पर ही चर्चा की जाये ।
सदन में गरमाते माहौल को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी को मामले में मध्यस्ता करनी पड़ी ,उन्होंने फटकार लगाते हुए कहा कि “ये सदन है कोई गली चौराहा नहीं,यहाँ जो होता है उसे पूरी दुनिया देखती हैं, उत्तराखंड से पहले विदेश से ये सब देख टिप्पणी आजाती है ।
उन्होंने कहा कि ये उत्तराखंड हैं और उत्तराखंड की सीमा के अंदर आने वाला हर एक व्यक्ति उत्तराखंडी हैं और सबका बराबर सम्मान हैं।
जैसे ही प्रेमचंद का यह वीडियो बाहर आया विभिन्न डिजिटल चैनलों पर दौड़ने लगा, लोगों ने अपने अपने तरीके से विरोध जताना शुरू किया ।
कई संगठनों ने प्रेमचंद के पुतले भी फूंक डाले वहीं कुछ लोगों ने प्रेमचंद अग्रवाल को हटाने की माँग की ।
लोग ये सवाल भी पूछने लगे कि आखिर प्रेमचंद अग्रवाल की उत्तराखंड राज्य निर्माण के वक्त क्या भूमिका रही जो वो कभी बीच सड़क में आम नागरिकों पर हाथ उठा देते है , कभी होमगार्ड को धमका देते है , वहीं ऋषिकेश नगर निकाय के समय के उनके विवादित बयानों पर भी सवाल उठे ।