देहरादून विधानसभा सत्र :
26 फरवरी 2024 से शुरू हुए उत्तराखंड के बजट सत्र का पहला ही दिन शहर के लिये हंगामा भरा रहा ।
जहां एक तरफ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और आशाओं ने विधानसभा का घिराव किया , जानकारी के अभाव मे आम जनता भी परेशान रही ।
आंगनबाड़ी- आशा कार्यकर्ताओं की भीड़ को रोकने के लिए पुलिस को एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ा ,जगह-जगह बैरिकेट लगाकर भीड़ को रोका गया । जिस पर आम जनता को भी भारी समस्याओं का सामना करना पड़ा ।
पुलिस द्वारा जगह जगह रोके जाने से नाराज आश कार्यकर्ताओं ने रिस्पना पुल पर ही धरना देना शुरू कर दिया । आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि उन्हें सामाजिक सुरक्षा कर्मकार घोषित कर न्यूनतम 26000 प्रतिमाह वेतन दे । आशाओं को विभिन्न मतों में दिया जाने वाला भुगतान हर महीने करने , सभी स्वास्थ्य से केंद्रों में आशा घर बनाने की मांग भी की ।
आक्रोशित कार्य कार्यकर्ताओं ने पुलिस और सरकार के खिलाफ के जमकर नारेबाजी की ।
जब पुलिस और एसडीएम ने उनको ज्ञापन सौंपने की अपील की तो उन्होंने कहा कि वह सिर्फ मुख्यमंत्री को ही ज्ञापन सौंपेंगे ।
इस पर मुख्यमंत्री के ओएसडी राजेश शेट्टी ने आकर ज्ञापन ग्रहण किया ।
यह सभी कार्यकर्ता LIC बिल्डिंग के समय सीटू के बैनर तले एकत्र हुए थे वहीं से चल सभी रिस्पना पुल पहुँचे थे । इस रैली की वजह से 3 घंटे हालात अस्तव्यस्त रहे ।