सोचिए आपके पास एक कॉल आती है जिसमें प्रोफाइल फोटो किसी पुलिस अधिकारी की हो और आपसे कहा जाए कि आपका कोई बहुत खास व्यक्ति को हमने हल्द्वानी दंगों के अपराधी के रूप में पकड़ लिया है तो आप कितना परेशान होंगे??
जी हाँ जहां एक तरफ हल्द्वानी निवासी हिंसा ,दंगो से परेशान है , पिछले 8 फरवरी से वो कर्फ्यू का सामना कर रहे हैं।
ऐशे में साइबर ठग भी सक्रिय हो चुके हैं और पुलिस द्वारा दंगो के जुर्म में पकड़े जाने के नाम पर ढंगने का प्रयास कर रहे है ।
घटना आज दोपहर 12 के लगभग हल्द्वानी दयाल बिहार कॉलोनी निवासी
रिटायर जिला उद्यान निरीक्षक डालाकोटी जी के पास एक नम्बर +92 309 6056380 से व्हाट्सएप कॉल आती है , प्रोफ़ाइल में किसी पुलिस अधिकारी का फोटो देख वो कॉल उठाते है तो हूबहू उनके बेटे मोहित की आवाज होती है जो उसी वक्त दुकान का सामान लेने गया था ।
उनके बेटे के शब्द थे कि पापा बचा लो ,पुलिस ने पकड़ लिया बचा लो ।
उसके बाद किसी अन्य व्यक्ति की आवाज में कहा जाता है हम पुलिस थाने से बोल रहे है , तुमारा बेटा (दुकान का नाम बता) नामक दुकान में सामान लेने गया था, वो उसके बाहर 4-5 हिंसा के आरोपी लोगों के साथ पकड़ा गया है । वो अभी हमारे पास है उसे बचाना चाहते हो तो तुरंत 20,000 भेजो ।
डालाकोटी जी ने समझदारी दिखाते हुए तुरंत फोन काट अपने बेटे को फोन लगाया और जानकारी ली , बेटे के किसी भी प्रकार की अनहोनी होने से इनकार करने पर उन्होंने तुरंत वो नम्बर ब्लॉक कर दिया गया ।
उनका कहना है कि अपराधियों ने उंनको बरगलाने की पूरी कोशिश की , उनके पास उनकी बहुत सारी जानकारी भी थी , परन्तु वह बिचलित नहीं हुए और ये सोचा कि उनका बेटा कोई 4 या 14 साल का नहीं है , उनका बेटा 40 साल का पढ़ा लिखा और समझदार है , पहले तो वह कोई ऐसी हरकत नहीं करेगा जो पुलिस पकड़ ले और अगर पुलिस उसे पकड़ भी लेती है तो वह इतना सक्षम तो है कि खुद बात संभाल लेगा । इसलिए उन्होंने ठगों के जाल में ना फँस समझदारी दिखाई ।
बात मामूली सी जरूर लगती है परंतु जब आप एक बार ऐशे व्यक्तियों के चंगुल में आते है तो आप आसानी से बाहर नहीं निकल सकते ।ऐशे में सजक रहने की आवश्यकता है ।
अगर पुलिस के नाम पर आपको कोई कॉल करता है, परेशान होने की आवश्यकता नहीं । समझदारी का परिचय दे और जिस व्यक्ति के विषय मे कॉल की गयी है उसको फोन कर जानकारी ले या पुलिस सहायता नम्बर 112 पर बात करें ।
या अपने क्षेत्र के थाने में बात करें । +92 नम्बर से आने वाली कॉल उठाने से बचे ।