देहरादून : यहाँ केंट थाना क्षेत्र में बिल्कुल हल्द्वानी जैसी ही घटना सामने आयी है, जहाँ एक नाबालिग 13 वर्षीय किशोरी से दुष्कर्म का मामला सामने आया है।
लेकिन ना यह खबर बड़े अखबारों की सुर्खियां बनी ना ही कोई विरोध प्रदर्शन हुआ ,यहाँ तक कि आसपास के लोग भी कुछ कहने को तैयार नहीं ।
जब उत्तराखंड हलचल द्वारा मामले की जानकारी लेनी चाही तो पुलिस द्वारा किसी भी प्रकार के प्रेस नोट ना होने की बात कहीं गयी ।
सूत्रों द्वारा जब स्थानीय लोगों से पता किया तो तविंदर सिंह उम्र 51 वर्ष की दुकान कैंट क्षेत्र हाथीबड़कला जोहरी मार्ग विजयपुर नयागांव में होनी व मौके पर बन्द होनी भी पायी गयी ।
एक स्थानीय समाचार पत्र में चंद लाइनों की खबर आयी थी , जब उत्तराखंड क्रांति दल की राष्ट्रीय प्रवक्ता मीनाक्षी घिड़याल द्वारा अपने सोशलमीडिया हैंडल पर सम्बंधित प्रकरण को ले कर पोस्ट की तो समाज की घृणित सोच उजागर होती दिखी ।लोगों को नाबालिग से कोई संवेदना नहीं थी उल्टा बालिका पर आरोप लग रहे थे ।
बहुत कोशिशों के बाद मामले की थोड़ी जानकारी मिली – बताया जा रहा है कि 13वर्षीय नाबालिग अपनी माँ व बहन के साथ कुछ समय से कैंट क्षेत्र में रह रही है जहाँ वह घर व दुकानों में काम की तलाश भी कर रहे थे ।
किशोरी कुछ समय पहले उक्त दर्जी के संपर्क में आयी थी ।दुकानदार ने किशोरी को सिलाई सिखाने का प्रलोभन दिया ।
स्थानीय लोगों का कहना है कि किशोरी दिन के समय अक्सर दुकान में देखी जाती थी ।
कुछ समय पहले 52 वर्षीय हैवान ने बच्ची की गरीबी व चुपी का फायदा उठा कर उसके साथ बलात्कार किया व वीडियो बना कर अपने पास रख ली ।
दर्जी की हैवानियत यहीं नहीं रुकी व उसने पीड़िता की बहन से भी दुष्कर्म करने का प्रयास किया ,जब पीड़िता की बहन द्वारा शोर मचाया जाने लगा तो दर्जी तविंदर सिंह द्वारा पीड़िता की वीडियो उसकी बहन को दिखा कर ब्लैकमेल करना चाहा ।
पीड़िता की बहन द्वारा किसी तरह वीडियो ले कर अपनी माँ को दिखाई गयी तो मामला खुला , पीड़ित किशोरी कई दिन से गुमसुम नजर आरही थी ,किशोरी ने ये भी बताया कि बिल्कुल हल्द्वानी नाबालिग पीड़िता जैसे बलात्कारी तविन्दर सिंह द्वारा उसे 100-200 रुपये पकड़ा कर चुप रहने को कहा गया था ।
गरीबी की मार झेलती पीड़िता ने परिवार को डर से कुछ नहीं बताया ।
बताया जा रहा है कि 14तारिक को किसी रसूखदार की सूचना पर हाथीबड़कला
पुलिस चौकी थाना डालनवाला पुलिस द्वारा आरोपी को आनफान में गिरफ्तार किया गया ।
परन्तु मामला कैंट थाने का होने के कारण दोनों थाने उलझे रहे ।
गुप्त सूत्रों अनुसार आरोपी को कुछ घंटे थाना कैंट की स्थानीय पुलिस चौकी में रखा गया,लेकिन जब दोंनो थानों मामला नहीं सुलझा तो आरोपी को मुख्य कोतवाली में कुछ समय रख सीधा कारागार भेज दिया गया ।
वहीं कैंट पुलिस द्वारा क्षेत्र में 2 दिन पूछताछ के बाद आरोपी को 15 मई को अदालत में पेश किया गया ।
आरोपी पर पोक्सो के तहत मामला दर्ज हो चुका है, बालिका का मेडिकल करवाया गया है ।
क्षेत्र में घटना को लेकर स्थानीय लोगों ने चुप्पी साधी है ,लेकिन सोशलमीडिया पर लोग पीड़ित पक्ष व नेपाली समुदाय के प्रति जहर उगल रहे है ।
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस नेपाली समुदाय बाहुल्य क्षेत्र में बड़ी संख्या में बाहर से नेपाली मूल के लोग भी अवैध रूप से आकर बस रहे है है जिससे शांत इलाक़े में अपराध बढ़ रहे है ।
कई नेपाली मूल के लोगों के सत्यापन नहीं है । नाबालिग लड़कियां लोगों के घरों में घरेलू कार्य कर रही है वहीं शाम को क्षेत्र में स्मेकिये व नशेड़ी दिखते है ।स्थानीय लोगों की शिकायत जो भी हो परन्तु
परन्तु सवाल ये है कि क्या इन सब शिकायतो से नाबालिग के साथ बलात्कार अपराध नहीं ?
एक नाबालिग के साथ शारिरिक सम्बंध बनाने वाला 51 वर्षीय ताविन्दर सिंह क्या दोष मुक्त हो गया?
सवाल ये भी है कि महिला वस्त्रों की आड़ में उक्त व्यक्ति द्वारा आज तक कितनी महिलाओं बच्चियों को अपनी गन्दी नियत का शिकार बनाया गया होगा?
सवाल बहुत है परन्तु अब समाज की मानसिकता कुछ इस प्रकार हो चुकी है कि अपराधो व अपराधी का विरोध यहाँ जात, धर्म, समुदाय,वर्ग को देख कर किया जाता है ।
कुछ मामलों में शहरों में दंगे हो जाते है तो कई मामलों में लोग पीड़िता को गुनेहगार बनाया जाता है ।