जनपद चमोली: जिले में माणा के पास हिमस्खलन की चपेट में आए 17 अन्य श्रमिकों को शनिवार 1मार्च को रेस्क्यू कर लिया गया, जहां से उन्हें सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया ।

सेना के सूत्रों के अनुसार अब तक कुल 50 श्रमिकों को रेस्क्यू किया जा चुका है, जिसमे 4 की मौत हो चुकी है ।
बताया जा रहा है कि हिमस्खलन में फंसे 4 और श्रमिकों की खोजबीन के लिए युद्धस्तर पर अभियान चल रहा है ।
आज 2 मार्च को माणा में लापता श्रमवीरों को खोजनें के लिए डॉग स्क्वायड की मदद ली जा रही है ।

05 कंटेनरों को ट्रेस कर श्रमिकों को सुरक्षित निकालने में राहत और बचाव दलों को सफलता मिली है, अत्यधिक बर्फ होने के कारण 03 कंटेनर ट्रेस नहीं हो पा रहे हैं।

एम्स ऋषिकेश और श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के साथ ही स्थानीय सीएचसी और पीएचसी को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
1 मार्च को वायु सेना का एक एम.आई.-17 हेलीकॉप्टर, तीन चीता हेलीकॉप्टर, उत्तराखण्ड सरकार के 02 हेलीकॉप्टर, एम्स ऋषिकेश से एक एयर एंबुलेंस राहत एवं बचाव कार्य में लगाए गए हैं। मुख्यमंत्री ने आवश्यकता पड़ने पर और अधिक हेलीकॉप्टर लगाए जाने के निर्देश दिए हैं। शनिवार को दोपहर 03 बजे तक माणा/बदरीनाथ से रेस्क्यू किये गये लोगों में से 29 लोगों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से ज्योर्तिमठ लाया गया, जिनका उपचार आर्मी अस्पताल में किया जा रहा है।

राहत एवं बचाव कार्य में केंद्र व राज्य की विभिन्न एजेंसियां जुटी हुई हैं। माणा स्थित आर्मी बेस कैम्प के पास आर्मी हेलीपैड को तैयार कर लिया गया है।

एनडीआरएफ की 28 सदस्यीय टीम भी घटना स्थल पर पहुंच चुकी है।

माणा एवलांच रेस्क्यू आज 2 मार्च को पुनः शुरू हुआ ,
सेना के 7 और 1 निजी कंपनी का हेली कर रहा आज रेस्क्यू, जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया की कल जो 5 कार्मिकों के लापता होने की सूचना थी ,एक व्यक्ति घर छुट्टी पर था ।इसलिए अब 4 कर्मी लापता है ।

Spread the love
error: Content is protected !!