रुद्रप्रयाग : हिंदू ग्रंथो में पवित्र माने जाने वाले सावन माह के पहले सोमवार को देश प्रदेश के शिव मंदिरों में भक्तों का उत्साह देखने को मिल रहा है । वहीं उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते भी मंदिरों में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें देखने को मिल रही है ।
रुद्रप्रयाग जनपद में स्थित कोटेश्वर महादेव मंदिर का विशेष महत्व है । यह मंदिर रुद्रप्रयाग से 3 किमी की दूरी पर बिल्कुल अलकनंदा नदी के ऊपर स्थित है
मंदिर के संबंध में कथा प्रचलित है कि प्राचीन समय भगवान शिव केदारनाथ जाते समय इस गुफा में ठहरे थे। और उन्होंने अपनी त्रिशूल से गुफा ना निर्माण किया ।
वर्तमान नदी के तट पर स्थित कोटेश्वर महादेव मंदिर में जलाभिषेक हेतु प्रातःकाल से श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिल रही है । जिसके लिये पर्याप्त पुलिस बल, महिला पुलिस बल, जल पुलिस, एसडीआरएफ, फायर सर्विस टीमें आपदा राहत बचाव उपकरणों व बोट सहित मौजूद है। फ़िसलन भरे रास्ते मे श्रद्धालुओं को पंक्तिबद्ध कराते हुए सुगम दर्शन व जलाभिषेक कराये जा रहे हैं। देर रात्रि सहित विगत दिवसों में निरन्तर हो रही बारिश के कारण अलकनन्दा नदी का जल स्तर बढ़ा हुआ है, ऐसे में लोगों को मन्दिर परिसर में ही रहने व सुरक्षित तरीके से नदी किनारे जल लेने हेतु जाने का अनाउंसमेंट कराया जा रहा है। कोटेश्वर मन्दिर जाने के लिए बेलनी से आगे दोराहे पर से जो कि प्रचलित रास्ता है, उसको उपयोग में लाया जा रहा है व वापसी में कोटेश्वर से सीडीओ कार्यालय व कलक्ट्रेट होते हुए जाने वाले मार्ग को उपयोग में लाया जा रहा है।